सुरत, गुजरात : गुजरात के इतिहास में यह पहली बार है कि नवरात्रि के दौरान कोई गरबा नहीं होगा। कोरोना महामारी के दौरान इस साल गुजरात में नवरात्रि जैसा त्यौहार मैं बिल्कुल मजा नहीं है लेकिन यह कहने में भी कोई अतिशयोक्ति नहीं है की गुजराती जो करने की ठान ले उस काम को वह कर ही लेता है ऐसे ही एक कार्य आज सूरत में नवरात्रि की पूर्व संध्या पर हुआ जिसमें आइडीटी के छात्रों ने प्रोटेक्टिव गरबा ड्रेस बनाई।
हमारे विशेषज्ञ संकायों में से एक- सुश्री आरुषि उप्रेती के मार्गदर्शन में, IDT INDIA के प्रथम वर्ष के छात्रों ने हाथ से पेंटिंग और दर्पण को अलंकरण के रूप में उपयोग करते हुए ड्रेस में पॉलिप्रोपिलीन फैब्रिक को लेकर उसको गरबा की डिजाइनिंग देकर आकर्षक बनाने का प्रयास किया गया ।
लेयरिंग इस तरह से की गई है कि लोग GARBA अनुष्ठान करते समय सामाजिक दूरी बनाए रख सकें। इसके अलावा मास्क तथा डांडिया स्टिक का डिस्पोजेबल कवर भी बनाया और उन्होंने ड्रेप दुपट्टा भी डिजाइन किया जिसे पीपीई फैब्रिक से भी बनाया जा सकता है।
छात्रों ने गरबा आउटफिट्स के 2 पूर्ण जोड़े तैयार किए, जिसे वीआर सूरत में प्रदर्शित किया गया और दर्शकों द्वारा बहुत सराहा गया।
श्री अनुपम गोयल (IDT INDIA के डायरेक्टर) ने व्यक्त किया- "चूंकि इस साल सरकार ने गरबा पर प्रतिबंध लगा दिया है , इसलिए त्योहारों के मौसम में खुशी फैलाने के लिए, हम इन कोविद गरबा आउटफिट्स को सिविल हॉस्पिटल के कोविद केयर कार्यकर्ताओ को उपहार स्वरुप भेंट देंगे।"
आइडीटी इंडिया के को-डायरेक्टर - श्रीमती अंकिता गोयाल ने कहा -"इस कार्य का उद्देश्य उन कारीगरों के प्रति आभार प्रकट करने के लिए किया गया है जिन्होंने इस महामारी के दौरान अपने जीवन जीने के लिए लगन से काम किया है एवं लोगो को प्रेरित किया है ।”
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