शक्ति पम्प्स के घरेलू व्यापार में 178 फीसदी वृद्धि - The Indian Bulletin - Hindi

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शनिवार, 17 अक्टूबर 2020

शक्ति पम्प्स के घरेलू व्यापार में 178 फीसदी वृद्धि

Shakti Pumps achieves 178% growth in domestic trade

वित्तीय वर्ष 2020-21 की दूसरी तिमाही के अंत में

शक्ति पम्प्स के घरेलू व्यापार में 178 फीसदी वृद्धि

निर्यात में 33 फीसदी इज़ाफा

भारत की ऊर्जा कुशल (एनर्जी एफिशिएंट) पम्प्स तथा सौर ऊर्जा समाधानों के क्षेत्र में अग्रणी, शक्ति पम्प्स इंडिया लिमिटेड, ने  30 सितम्बर 2020 को समाप्त दूसरी तिमाही के अंत तक शानदार वित्तीय प्रदर्शन की उद्घोषणा की। प्रथम तिमाही की तुलना में कम्पनी ने घरेलू व्यापार में 178 प्रतिशत की वृद्धि दर्ज करते हुए वित्तीय वर्ष 2020-21 की दूसरी तिमाही के अंत तक 153 करोड़ रुपये का घरेलू व्यापार किया। यह आंकड़ा इस वर्ष की प्रथम तिमाही की तुलना में 98 करोड़ रुपये अधिक रहा। कंपनी ने इस वर्ष की दूसरी तिमाही के अंत तक 48 करोड़ रुपये का निर्यात किया, जबकि पिछली तिमाही में यह आंकड़ा 36 करोड़ रुपये था।

        मद

वित्तीय वर्ष 2020-21

दूसरी तिमाही
(सितम्बर
2020)

वित्तीय वर्ष 2020-21 प्रथम तिमाही
(जून 2020)

प्रतिशत वृद्धि

घरेलू व्यापार

153

55

178%

निर्यात   

48

36

33%

ग्रामीण, कृषि तथा निर्यात में एनर्जी एफिशिएंट पम्प्स तथा सौर ऊर्जा समाधानों की मांग बढ़ने के कारण कंपनी की निरन्तर उत्कृष्ट प्रदर्शन देने में सफल रही  है। वित्तीय वर्ष 2020-21 की प्रथम तिमाही में कंपनी ने 55 करोड़ का घरेलू व्यापार किया था। इस वर्ष की दूसरी तिमाही में निर्यात में 12 करोड़ रुपये की वृद्धि देखी गयी।  

Shakti Pumps achieves 178% growth in domestic trade

इन उत्साहवर्धक परिणामों के बारे में बात करते हुए, श्री दिनेश पाटीदार, चेयरमैन एवम मैनेजिंग डायरेक्टर, शक्ति पम्प्स (इंडिया) लिमिटेड ने कहा- शक्ति पम्पस के प्रबंधन व टीम के अथक प्रयासों के चलते पिछली तिमाही में हम सोलर पम्पस निर्माण में तो अग्रणी रहे ही, साथ ही कृषि व्यवसाय एवं निर्यात में भी बढौतरी हासिल कर पाये. हमारी विशेषज्ञता, तकनीक, ग्राहकों का भरोसा, राज्य सरकार व केंद्र सरकार की नीतियों और वृद्धि के अवसरों की तलाश से लक्ष्यों तक पहुँचने में आसानी हुई है. हमें विश्वास है कि निर्यात के साथ ही, विभिन्न ग्रामीण और सौर (रिन्यूएबल) ऊर्जा योजनाओं के क्षेत्र में मांग निरन्तर बढ़ेगी। हमने रिसर्च व डेवलपमेंट को हमेशा से महत्व दिया है और आगे भी इस विभाग में निवेश करते रहेंगे.

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